डेंगू और चिकनगुनिया: अगर डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण इन 10 बातों को न भूलें!
बारिश से गर्मी से राहत मिलती है, लेकिन यह मौसम डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को भी रोकता है। ये बीमारियां हर साल सैकड़ों लोगों की जान ले लेती हैं। डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के मामले सालों से चिंताजनक हैं।
कम कोशिकाएँ
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में दो लाख कोशिकाएँ होती हैं। जरूरी नहीं कि डेंगू से पीड़ित लोगों में कोशिकाओं का स्तर कम हो। यदि कोशिकाएं एक मिलियन से कम हैं, तो रोगी को तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। यदि कोशिकाएं 20,000 या उससे कम हो जाती हैं, तो कोशिकाओं को बढ़ाने की आवश्यकता होती है। रक्तस्राव 4050 हजार कोशिकाओं तक नहीं होता है। अगर बिक्री तेजी से घट रही है, जिसका मतलब है कि यह सुबह एक लाख थी और दोपहर में 5060,000 तक पहुंच गई, तो शाम तक घटकर 20,000 हो गई, फिर यह खतरनाक है।
सावधान रहे
– डिस्प्रिन का प्रयोग न करें, यह कोशिकाओं को कम करता है।
– मसालेदार भोजन न करें।
– ठंडा पानी ना पिएं।
– बासी रोटी न खाएं।
– भोजन में बहुत अधिक हल्दी, अजवायन, अदरक, हींग का सेवन न करें।
– तले हुए भोजन का उपयोग न करें।
– पर्याप्त नींद लें, पानी उबालकर पिएं।
इन चीजों से राहत मिलेगी
– अदरक, इलायची के साथ हर्बल चाय।
– घर में पानी जमा न होने दें।
– कोशिकाओं को बढ़ाने के लिए नारियल पानी पिएं।
– नींबू का रस पिएं।
– अदरक का पानी शरीर को ताकत देगा।
– सब्जियों को उबालकर सेवन करें।
इलाज
– अगर मरीज को सामान्य डेंगू बुखार है, तो उसका इलाज किया जा सकता है और घर पर देखभाल की जा सकती है।
– आप डॉक्टर की सलाह से पेरासिटामोल ले सकते हैं।